" हॉस्टल की पहली सुबह " हर दिन की तरह आज सुबह भी जब नींद से नाता टूटा , तो काफी कुछ अलग सा था । आज मम्मी की रोज सुबह जगाने वाली आवाज भी नहीं सुनी और ना किसी दोस्त की सुबह टहलने वाली पुकार । मन के अंदर का मंजर खामोश सा था और दीवारें भी अनजानी सी थी , खैर जल्द ही अपनापन दिखाएंगी भी । ना तो बिना माँगे मिलने वाला नाश्ता था और ना ही घर वाली बेफ़िक्री । स्वभाव में अनुकूलता वाली काबिलियत बेजोड़ है सो मनोस्थिति पर काबू पाने में देर ना लगी । फिर वही चेहरे पर हल्की सी मुस्कान , जिहन में जागते हकीकत के नजदीक ही कई सपने और कुछ पानी के घूँट....बाकी आप खुद ही वाकिफ़ हैं । ©मनोगुरु #Parivaar #hostel #family #memory #life #student #struggle #nojotostory #hostellife #nojotohindi #nojotonews #story #कहानी #मनोगुरु #manoguru