अब तो उस काले अंधेरे से भी डर नहीं लगता है, ये दिल अपना खौफ अपने भीतर ही रखता है, मेरा रूह अब टूट गया है ये फिर से उभर नहीं सकता है, ये दूरी का सिलसिला अब सवर नहीं सकता है, पर क्या करु ये मेरे इश्क तुम्हे आखरी बार देख लूं वरना ये जिंदा मुर्दा मर भी नहीं सकता है... . ©VrushaliVP1919 💔