#OpenPoetry भूख से मरते जो बच्चे उसका कुछ तो संविधान होना चाहिए, जैसे भी होता हो इसका समाधान होना चाहिए ... भूख ऐसी चीज है जो कुछ भी करवा जाती है , एक मां के हाथो एक बेटा बिकवा जाती है; सोक नही होता किसी को जिस्म बेचने का , ये भूख ही तो है जो जिस्म भी बिकवा जाती है.. भूख ऐसी चीज है जो कुछ भी करवा जाती है.... बहुत बच्चे आ रहे इस भुखमरी के जाल में, लाखो तो मर भी जाते भुखमरी से साल में; क्यों नही देश में भुखमरी का कानून होना चाहिए, जैसे भी होता हो इसका समाधान होना चाहिए.. भूख से मरते जो ब्चचे उसका कुछ तो संविधान होना चाहिए, जैसे भी होता हो इसका समाधान होना चाहिए... लाखो बच्चे है यहां जो सोते खुले आसमा के साये में, लाखो बच्चे है यहां जो पेट भर लेते झूठी कपो के चाय में, देख ऐसा देश में मेरा सर शर्म से झुक जाता है, बाकी तो छोडो यहां मुर्दा तक बिक जाता है, सुबह का जन्मा बच्चा सायं को भूख से मर जाता है-२... भूख से मरते जो बच्चे उसका कुछ तो संविधान होना चाहिए, जैसे भी होता हो इसका समाधान होना चाहिए...... #OpenPoetry भूख