कुछ लोगों के तो रहते हैं हरदम ही करम फूटे, आगे जाए घुटने टूटे और पीछे देखे आँखें फूटे। जिंदगी में कभी भी आती है ना बहार इनके, उनके नसीब रहते हैं जैसे हमेशा ही रूठे रूठे। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_264 👉 आगे जाए घुटने टूटे, पीछे देखे आँखें फूटे लोकोक्ति का अर्थ ---- जिधर जाएँ उधर ही मुसीबत ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।