भाषा भूख सनेह की इच्छा का व्यापार सिरजे मन की चेतना सरे लोक व्यवहार भाषा आशा देश की जनता का उद्गार माता अपनी जानिए बिगड़े दिए बिसार निज जिह्वा की दासता संकल्पों की हार निज भाषा निज संस्कृति की कीजे सदा सम्हार जय हिन्दी जय भारती जय भारत का प्यार उमगे कंठ लगाइए विश्व विजय का सार #toyou #yqhindi#yqlove #yqmothernation #yqthesoil #yqprogress #yqfreedom