सबने ये मनहूस साल है देखा ..,🤔 हरसु सबको बेहाल है देखा... क्रोना से हर पल काल है देखा... मौत का मंजर कमाल है देखा.... बागी औलाद की गद्दारी से, वालिदेन को तड़पते है देखा... गंगा में बहती लाशे है देखी श्वान,गिद्दो को लाशे नोचते देखा..😥 कब्रिस्तानों को अटते है देखा..😥 जिंदगी को मन मसोसेते है देखा ..😥 हरेक बस्ती में सन्नाटा है देखा मरघट पर हमने जमघट है देखा..😥 2021में सांसे थमती है देखीं ... हमने मासूमों को बिलखतेहै देखा... प्यारो को अपनो से बिछड़ते है देखा..😥 गली मुहल्ले हुए सब वीरान,शहरो में सन्नाटा है देखा..,🤔 खेत खलिहान हुए सब खाली,हर पनघट को सुना है देखा.... अपनो की मक्कारी है देखी झूंठो की अय्यारी है देखी बातिल को सच से लड़ते है देखा... मक्कारो के झुंड आगे मुहब्बत को पराई होते है देखा.... इंसानियत हुई यहां शर्मसार कुछ बेशर्मों को मुकरते है देखा..... मजबूर को पैरों पड़ते है देखा... मोब लिंचिंग का हाहाकार है देखा...😡 हर रिश्ता यहां अकेला है देखा...??? खून को खून से कतराते है देखा..,??? शमा ने ये मंजर 2021में है देखा.... 31 दिसम्बर 2021 तु अब फिर कभी मत आना 😪#shamawrites ✍️ ©shama write सबने ये मनहूस साल है देखा ..,🤔 हरसु सबको बेहाल है देखा... क्रोना से हर पल काल है देखा... मौत का मंजर कमाल है देखा.... बागी औलाद की गद्दारी से, वालिदेन को तड़पते है देखा... गंगा में बहती लाशे है देखी श्वान,गिद्दो को लाशे नोचते देखा..😥 कब्रिस्तानों को अटते है देखा..😥 जिंदगी को मन मसोसेते है देखा ..😥