सुकून ढूंढू तो सुकून कहां मिल पायेगा सीपियों को फिर एक बार मोती कहा मिल पायेगा जो टूट गई थी गुड़िया वो कैसे जुड़ पाएगी दादी की कहानियां बस किस्से बन जाएंगी परिंदे जो बिछड़ गए वो कैसे अब मिल पाएंगे आंधियों में टूटे घरौंदे अब कहां ही जुड़ पाएंगे ।। ©Deeksha Pathak #ami #love #amilove #Shayari #love #hate #peace #SAD #you #selfhate