आंखों से कर के बातें फिर बोलने से कतराती क्यों हो, इन गुलाबी होंठो के पिछे हंसी को छुपाती क्यों हो! जब कबूल कर चुकी हो अपने दिल से प्यार अपना, फिर मेरे सामने आकर के यूं शरमाती क्यों हो!! !!! गगन सागु !!! ©Shahryaar #writeondemand #ondemand #nojoto #nojotohindi #shahryaarshayari #shahryaar