ना मुरझाया हुआ ना सूनसान मूझे तू दिखना| ना भूली यादों की तरह, अंजान मूझे तू दिखना| बस हर घडी़ अपने स्वाभिमान मै मुस्कुराता रहे तू| हे तिरंगे! जब भी देखूँ तुझे, बस ऊँचा लहराता हुआ आसमान मै दिखना|||||||||| #कारगिल_विजय_दिवस