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पहली मुलाकात हमेशा याद रहती है , अच्छी हो या बुरी,

पहली मुलाकात हमेशा याद रहती है , अच्छी हो या बुरी, मगर हमारे मानस पटल पर अलग सी भावनाएं अंकित कर देती है,जो जिंदगी भर हमारे साथ रहती हैं । मेरी पहली मुलाकात उनसे , वो भी कुछ ऐसी ही थी । फ़ोन पर दो -चार बार औपचारिक बातें करने के बाद हमने मिलने का 
प्लान बनाया, और दिन वो खास चुना मेरे जन्मदिन का ।
सुबह होते ही हम दोनों अपने घर से निकले , तयशुदा मंजिल के लिए, जगह मेरे घर से नजदीक थी तो मैं पहले पहुँच कर उसका इंतजार करने लगी । मेरे मन में लाखों सवाल उमड़ रहे थे,  कि ये पूछना है, वो पूछना है । लगभग एक घंटे के इंतजार के बाद सामने से एक हंसता मुसकुराता इंसान आता दिखा , जिसकी मुस्कान ने मेरा दिल मोह लिया। 
चॉकलेट का पैकेट मुझे देते हुए उसने कहा ,"इस दुनिया में मेरे लिए आने के लिए बहुत शुक्रिया,  क्या आप मेरी जिंदगी में  शामिल हो जाओगी हमेशा के लिए?"
पहली मुलाकात और ऐसा प्रस्ताव! "जनाब कुछ ज्यादा नहीं हो रहा ,अभी तो मैं आपको अच्छे से जानती भी नहीं, अभी क्या कहूँ, समझ नहीं आ रहा "।
तो थोड़ा फिल्मी अंदाज़ में उसने कहा, "जानने ,समझने को तो जिंदगी पड़ी है , साथ में एक दूसरे को जानते समझते साथ में जिंदगी बिताते हैं ना !" मैं हंस पड़ी और बस उसके हाथ को थाम बिना कुछ कहे उसके साथ चल दी। वो जो सफर उस वक्त शुरू हुआ समझने जानने का ,वो आज भी जारी है, मगर उनका वो पहला और आखिरी फिल्मी अंदाज़ आज भी मेरे लबों पर मुस्कान बिखेर देता है। #Pehli_Mulakkat #मुस्कान #nojotoquotesforall #nojotowritersclub #nojotohindi #anshulathakur #Kahaniya #storytelling #memories
पहली मुलाकात हमेशा याद रहती है , अच्छी हो या बुरी, मगर हमारे मानस पटल पर अलग सी भावनाएं अंकित कर देती है,जो जिंदगी भर हमारे साथ रहती हैं । मेरी पहली मुलाकात उनसे , वो भी कुछ ऐसी ही थी । फ़ोन पर दो -चार बार औपचारिक बातें करने के बाद हमने मिलने का 
प्लान बनाया, और दिन वो खास चुना मेरे जन्मदिन का ।
सुबह होते ही हम दोनों अपने घर से निकले , तयशुदा मंजिल के लिए, जगह मेरे घर से नजदीक थी तो मैं पहले पहुँच कर उसका इंतजार करने लगी । मेरे मन में लाखों सवाल उमड़ रहे थे,  कि ये पूछना है, वो पूछना है । लगभग एक घंटे के इंतजार के बाद सामने से एक हंसता मुसकुराता इंसान आता दिखा , जिसकी मुस्कान ने मेरा दिल मोह लिया। 
चॉकलेट का पैकेट मुझे देते हुए उसने कहा ,"इस दुनिया में मेरे लिए आने के लिए बहुत शुक्रिया,  क्या आप मेरी जिंदगी में  शामिल हो जाओगी हमेशा के लिए?"
पहली मुलाकात और ऐसा प्रस्ताव! "जनाब कुछ ज्यादा नहीं हो रहा ,अभी तो मैं आपको अच्छे से जानती भी नहीं, अभी क्या कहूँ, समझ नहीं आ रहा "।
तो थोड़ा फिल्मी अंदाज़ में उसने कहा, "जानने ,समझने को तो जिंदगी पड़ी है , साथ में एक दूसरे को जानते समझते साथ में जिंदगी बिताते हैं ना !" मैं हंस पड़ी और बस उसके हाथ को थाम बिना कुछ कहे उसके साथ चल दी। वो जो सफर उस वक्त शुरू हुआ समझने जानने का ,वो आज भी जारी है, मगर उनका वो पहला और आखिरी फिल्मी अंदाज़ आज भी मेरे लबों पर मुस्कान बिखेर देता है। #Pehli_Mulakkat #मुस्कान #nojotoquotesforall #nojotowritersclub #nojotohindi #anshulathakur #Kahaniya #storytelling #memories