सुनो! ऐसे यूँ हरपल तुम इतराया ना करो! ख़ुद को समझ आफताब, शर्माया ना करो! 😁😁😁😁😁😁😁😁😁😁 ज़रा देखो इधर क़ातिल अदाएं हमारी- बस खुदको ही लज़ीज़ बताया ना करो 😜😜😜😜😜😜😜😜😜😜 क़यामत सिर्फ़ हुस्न ही नहीं, मेरे रूह में भी नजाकत है! दर्द-ए-दिल की दवा है हम, ख़ुदको मरीज़ बताया करो! 😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍 सुनो! ढूँढ लो चाहे जंहा भी मग़र तुम्हें हमसा कहाँ मिलेगा? घायल हो मेरी अदाएं देखकर, ख़ुदको हकीम बताया ना करो! 😄😄😄🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗 ♥️ Challenge-685 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।