ये समाज ऐसा हि है , जो लडको को सर माथे उठाये रखता है । लेकिन लड़कियों की कोई इज्जत नहीं करता है ओर ना हि उनकी इज्जत और मर्जी देना चाहता है । इसलिए जब भी किसी बेटी को मौका मिले अपना सर ऊपर रखकर अपनी मर्जी की जिंदगी जीने का उसे सारे आग के दरिया पार करके निकल जाना चाहिए । बेटीयों का समान करे । जय हिन्द जय भारत समाज सुधारक