कलम भी बाबा साहब की थीं कागज़ भी बाबा साहब का था लेकिन जब संविधान में मानव अधिकार शामिल किये तो सभी भारतीयों को बराबर अधिकार दिये लेकिन किसी ने भी बाबा साहब को दिल से समझा ही नहीं सभी साथियों को मेरा दिल से क्रांतिकारी जय भीम सभी साथियों को मेरा दिल से क्रांतिकारी जय भीम