मैं देख के तुम्हें हंस दिया करता हूं, तुम भी देखकर मुस्कुरा दिया करती हो, और ये सिलसिला यूं ही चलता रहता है। - नासाफ़ ये तब का फेज़ है जब आप सामने वाले इंसान को पसंद करते हो लेकिन कह नहीं पाते तो कुछ इस प्रकार से सिलसिला चलता है। . . . #nasaaf