है जो राज़ दिल में छुपे, दिखला दू क्या है जो दर्द और ज़ख्म, दिखला दू क्या.. है जो प्रेम पीर की धारा दिल में सीना चीर कर दिखला दू क्या... न जाने क्यों है इश्क बेइंतेहा तुमसे यह दिल निकाल कर दिखला दू क्या... अमन 'अतुल 18/04/2020 #yourquotebaba #अमन_अतुल