जब हम गरीबों को खाना खिलाते हैं तो वे हमें संत कहते हैंl जब हम उनसे सवाल करते हैं कि गरीबों के पास खाना क्यों नहीं है तो वे हमें कम्युनिस्ट-नक्सली कहते हैंl इन्कलाब जिंदाबाद संघर्ष जिंदाबाद