ख़ुद के लिए ना जीकर तुम ज़िन्दा हो दूसरों की खुशी के लिए, सबके लिए वरदान, आसमान से उतरा इक मसीहा हो तुम। अपनी इच्छाओं को भी मार दिया तुमने दूसरों की ख़ातिर, फ़िर भी मोहब्बत का बहता निर्मल दरिया हो तुम। #विशेषप्रतियोगिता #rzलेखकसमूह #collabwithrestzone #restzone #rztask351 #nivedita #yqdidi #yqhindi