White तेरे वादे पर एतबार किसको है। तु मिल जाए तो तुझसे प्यार किसको है। ये उलझने ये अधूरापन तो ज़िंदगी है, सब मिल जाए तो करार किसको है। इंसाँ फ़िज़ा का भी तो दिवाना हो सकता है, तेरे आने का इंतज़ार किसको है। और भी तो खूबसुरत हक़ीक़तें है जहाँ भर में, फ़क़त तेरा ही ख़ुमार किसको है। ये तन्ज़ ओ शिकायाते सब दिल की तसल्ली को, सामने से उससे टकरार किसको है। अब ऐसा भी क्या है के जिया न जाए निशा, मसाइल है पर हद से पार किसको है। ©Ritu Nisha #rajdhani_night