❤ दिल की देहरी से ..❤ रात ये आज कैसी आई है हर तरफ महकी रोशनाई है राह ,मंजिल न ही सफर आसां आग कदमों तले बिछाई है आशिकी है महज फरेब यहां बात हमको यही सिखाई है गर्दिशों से कहां डरे हम भी आंधियों में शमा जलाई है देख के ये जहां तेरा हमने आसमा पे ज़मीं उगाई है अगर बुरा लगता है जमाना तो खुद ही में कुछ बड़ी बुराई है #dilkideharise ❤ दिल की देहरी से ..❤ 🙏🏻🙏🏻.. कुछ स्पन्दन .. 🙏🏻🙏🏻 रात ये आज कैसी आई है हर तरफ महकी रोशनाई है