नजऱ क्या मिली मेरा हो गया ! अब सफ़ऱ तन्हा न निकले क़दम भर चलना उस बिन मुश्किल हो गया ! जब तक उससे बात न करूं सुबह नहीं लगती शाम का असर भी कुछ कम हो गया ! जाने क्या है उसके शफ्फाक दिल में मेरा दिल भी उसकी गलियों में खो गया ! कुछ अजनबी लोग ऐसे मिलते हैं जैसे वर्षों की पहचान हो। #वोअजनबी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi🍉☕☕🍫💕😁🍨