Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat आधी रात में अक्सर टूटे टुकड़ों की आवाज़ अक्सर एहसासों के एहसास जीते अक्सर आंखो में ख़्वाब सांस भरते अक्सर आधी रात में अक्सर चांद की बस्ती में घूम आते अक्सर चंद लम्हों में ज़िन्दगी जी आते अक्सर आकृति बनाते नई तस्वीर सजाते अक्सर तमाम रातों को उम्मीदों से तराश लेते अक्सर हर्षिता की परछाइयां ढूंढती स्याही में डुबोती अक्सर मुलाक़ात करवाती जज़्बात ए हर्षिता की ज़ुबानी अक्सर आधी रात में अक्सर मुलाक़ात होती नई रवानी अक्सर OPEN FOR COLLAB ✨ #ATआधीरातमें • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Collab with your beautiful words.✨ Transliteration: Aadhi raat mei aksar