टूट कर , बिखर कर फिर जुड़ा हूँ, तो टुटने का दर्द जानता हूँ। पाने से ज्यादा खोने का एहसास जानता हूँ। झुक जाता था हर बार झेल गया आंधियों को, मैं सभी मग़रूर उन पेड़ो का हश्र जानता हूँ। बिखर कर इश्क़ में दोबारा जुड़ना आसान नही होता, जिंदगी में कितना जरूरी है सब्र जानता हुँ। इश्क़ बढ़ा तो इश्क़ का सर पर खुमार भी बढ़ा, जरूरत से ज्यादा खुमारी का असर भी जानता हूं। जो कुछ भी पाया जिंदगी में पर अपना कुछ नही माना, क्योंकि आखिरी ठिकाना शमशान घाट भी जानता हूँ। मैं टूटने का दर्द जानता हूँ...... #parinda #DARF_E_TANHAI #Uska #drd #ShiningInDark