हाल क्या है दिल का में बता नही सकता टूट कर इस तरह बिखरा हूँ जता नही सकता आज फिर गुजर हुआ है उसकी गली से दीदार कैसे हुआ है उसका में बता नही सकता दीदार कैसे हुआ उसका में बता नही सकता