Nojoto: Largest Storytelling Platform

लगता है मेरी कलम , स्याही तेरे काजल से उधार लेती

लगता है
 मेरी कलम , स्याही तेरे काजल से उधार लेती है 
तुझे बिन देखे तो एक हरप नहीं लिखती 
तुझे देखते ही सैकड़ों पन्ने लिखने को तैयार रहती है तेरा असर
लगता है
 मेरी कलम , स्याही तेरे काजल से उधार लेती है 
तुझे बिन देखे तो एक हरप नहीं लिखती 
तुझे देखते ही सैकड़ों पन्ने लिखने को तैयार रहती है तेरा असर