आपका मेरा साथ कबतक है पता नहीं, हाथों में यह हाथ कबतक है पता नहीं। अशकों की बरसात कबतक है पता नहीं, कब तक है यह दिन, जाने यह रात कबतक है। ©Gunja Agarwal #nojotifamily Rajeev Bhardwaj लेखक Nimble Limner (Jasmine Sun) Neeraj Writes MM Mumtaz, Barbad, Irfan ji, Sumit Gourav ji