Written by Harshita ✍️ #Jazzbaat चाय के बहाने तुम आते हो उस कैंटीन में जाके मुस्कुराते हो उसी कुर्सी पर जाकर थाम जाते हो पुरानी यादों को ताज़ा कर आते हो वहीं मुस्कान को याद कर मुस्कुराते हो वहीं बातों को फिर से दोहराते हो पहले सी बातें अब कहा बस देख अजनबी बन जाते हो चाय के इश्क का ज्याजा लेते सुभकी भरते हो वहीं इलायची को महक अंदर तक उतार लेते हो इश्क है या मोहब्बत चाय के स्वाद से पहचान लेते हो आज भी इश्क चाय का एहसास जगाते हो तेरे हाथों में चाय के कप याद को याद दिलाते हो मिल बैठते हैं यार अंजाने, इक चाय के बहाने। #चायकेबहाने #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Written by Harshita ✍️ #Jazzbaat चाय के बहाने तुम आते हो