रुख हवाओं का मोड़ दे मेरे मालिक बंदे परेशान हैं अब तो छोड़ दे मेरे मालिक हर ओर प्लाज्मा , अॉक्सीजन और वेंटीलेटर का शोर है तू जानता है तेरा यह माटी का पुतला बहुत कमजोर है अब बख्श दे सबकी जान बहुत है तेरे बंदे परेशान जीवन की तू ही तो डोर है ।। ©Shahab #मालिक