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नकाब भी धुल गया इतना रोया हूं गम में मुस्कुराना क

नकाब भी धुल गया इतना रोया हूं
 गम में मुस्कुराना कहां तक मुनासिब
खुद ही मिल गई मिट्टी में हस्ती हमारी,
मैं थक भी गया था इंतजार में खुद के।

©AshuAkela पोएट्री प्लेटफार्म दो लाइन शायरी व्हाट्सएप स्टेट्स

#horror
नकाब भी धुल गया इतना रोया हूं
 गम में मुस्कुराना कहां तक मुनासिब
खुद ही मिल गई मिट्टी में हस्ती हमारी,
मैं थक भी गया था इंतजार में खुद के।

©AshuAkela पोएट्री प्लेटफार्म दो लाइन शायरी व्हाट्सएप स्टेट्स

#horror
ashuakela5416

AshuAkela

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पोएट्री प्लेटफार्म दो लाइन शायरी व्हाट्सएप स्टेट्स horror