नकाब भी धुल गया इतना रोया हूं गम में मुस्कुराना कहां तक मुनासिब खुद ही मिल गई मिट्टी में हस्ती हमारी, मैं थक भी गया था इंतजार में खुद के। ©AshuAkela पोएट्री प्लेटफार्म दो लाइन शायरी व्हाट्सएप स्टेट्स #horror