वो हो जाता है पंकिल सा शीतल, उन्हें फर्क नही पड़ता, रोशनी चांद की है या सूरज की, वो जुगनुओं की चमक में भी, दिन का आगाज़ कर सकते है, उन्हें नदियों में प्यार बहता दिखाई देता है, जो अपना सारा प्रेम, अपने प्रेमी पर लुटाने निकल पड़ी है, बरसात और बसंत उनके लिए किसी, त्यौहार से कम नहीं होते, उनकी हंसी से मानो सारा उपवन खिल उठे, उनके रगो में मोहब्बत बहती है एक ख़ूबसूरत #collab Rest Zone की ओर से। #प्यारजिसेछूले #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi