वो मंज़र भी न कमाल का होगा , जब तुम्हारे हाँथो में मेहंदी किसी और के नाम का होगा , वो जो तुमने काँधों पर सर रख कर रोयीं थी न मेरे अब वो काँधा भी किसी और का होगा वो मंज़र भी ना कितना कमाल का होगा लाल जोड़ें में जब तुम विदा होगी डोली में तेरी डोली के आगे मेरा जनाज़ा होगा देखना तुम भी वो मंज़र कितना कमाल का होगा देखने वाले भी कहेंगे , देखो जड़ा मोहब्बत की विदाई कराने , खुद यार की मैय्यत आयी है ......... तब देखना तुम भी वो मंज़र कितना कमाल का होगा :-अंकेश......✍️ 13. DEC. 2018 #gif वो मंज़र भी न कितना कमाल का होगा....