इस बार दशहरा कैसे मनाओगे क्या फिर से रावण का एक पुतला जलाओगे ? याद है पिछली बार भी जलाया था तुमने, ऐसे ही दशहरा मनाया था तुमने, क्या वो फिर से हो उठा जीवित, या तुमने उसे किया ही नहीं था मृत, यदि मानते हो मर चुका है तो किसे जलाते हो, क्या इसी से तम् पर ज्योति विजय के तुम गीत गाते हो, हर शख्स की अच्छाई पे हावी है आज बुराई, अपने अंदर के रावण को कभी किसी ने ना तीली दिखाई, जाने हम इस रावण को किस साल जलाएँगे, उसी साल शायद हम असली दशहरा मनाएंगे..... #nojoto #nojotohindi #nojotofamily #dussehera #poetry #quotes