ना कुछ कहें, ना कुछ सुने.. पेड़ भी रिश्ता निभाते है हम इंसान करीब रहकर भी.. क्यों धर्म और जातियों में बट जाते है? ©Sandeep Manohar Kothar प्लीज कॉमेंट और रिपोस्ट कीजिए! ना कुछ कहें, ना कुछ सुने.. पेड़ भी रिश्ता निभाते है हम इंसान करीब रहकर भी.. क्यों धर्म और जातियों में बट जाते है? दोस्तों,