#आरोप इंसान दोषी है कुदरत के तबाही में कभी इंसान से पूछो उसे आरोप स्वीकार होंगे क्या.... कलियुग बहुत अजीब है यार हैरानी होगी तब..... कुदरत भी शायद स्वीकार ना करे मैने गुनेहगार देखे है ये नया शहर है चस्मदीद गुनाह देखकर भी बयान नहीं देगा .... सब दोषी यही कहेगा आरोप है बस...... ©Mallika #Nature