फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है हम, फ़र्क बस इतना है तब मै कहता था तुम सुनती थी अब कहता भी मै हू और सुनता भी मै हू #फिक्र #लफ्ज़ #रचना #हिंदी #लिखावट