अब पहले जैसी बातें नहीं होती हमारे दरमियाँ मुलाकातें नहीं होती कुछ यूँ उलझे पड़े हैं, हम दूसरों की तरह जीने में सच कहूँ तो अब ख़ुद मे ख़ुद की यादें नहीं होती.. ©Pavitra Sutparai Magar #girl #poem #Poetry