आज करूँ ऐसी शब्दयोक्ति जिसमे जिक्र हो मेरे देश के आवरण का, ऊँचा मस्तक हिमालय की शान,महकती फिजायें एकता के गान का, सतरँगी चुनर ओढे झरने,केसरिया धानी पहने मुस्कानों की टोली हैं, सहृदय,सप्रेम आपसी बन्धुत्व मेरे देशवासियों की गौरवगान की बोली हैं 🌝प्रतियोगिता-75 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"महकती हवाएँ "🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I