1-थिरकते तेरे इन होंठो पर रूहानी अल्फ़ाज़ लिख़ दूँ पास तो आ ज़रा इश्क का सारांश लिख़ दूँ 2-तू मेरे ग़ज़लों का अल्फ़ाज़ बन जा मैं तेरे ज़िस्म का लिबाज़ बन जाऊं 3-ये ज़ो तेरे सूट पर मोतियो क़े बूटे है पता भी है तुम्हें ये कितनों क़े दिल लूटे है 4-काबा काशी गंगा जमुना और बाज़ार सखा उसके दो नैनो के आगे सब कुछ है बेकार सखा #मk #nojoto #quotes #shyari #मk