तलब ऐ सुकुन की कुछ यूं मिटाती हूं कड़क अदरक वाली चाय के साथ, दो पल खुद को खुद में बिताती हूं... खुद को भी याद रखियेगा जनाब, नाज़ुक शोखियां, कहीं सांझ में न ढ़ल जाये.. #अदरक_वाली_चाय #सुकून_देती_हैं_मुझे #खुद में खुद का होना जरूरी है #वजूद अपना बनाये रखना #yqchai #goodday #tulikagarg