Nojoto: Largest Storytelling Platform

तेरी यादों की चादर रोज़ लेके सोते हैं। सनम हम तक

तेरी  यादों की चादर रोज़ लेके सोते हैं। 
सनम हम तकिये से लिपटकर रोते हैं। 

 दुनिया क्या जाने दिल के गहरे ज़ख़्मों को।
ये तो सिर्फ़ वो जाने जो अपनों को खोते है।

©Chitra Chakraborty
  #Chuban