वैसे तो हम तीसरी चौथी बार मिले थे पर इस बार दिल में मोहब्बत के फूल खिले थे आंखो से इजहार हुआ था हम दोनों को प्यार हुआ था बस यहीं से मोहब्बत शुरू हुई और यही प्यार के सिलसिले थे सिलसिले