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चली आई थी वो ससुराल में ,मन ही मन डरती डरती ,दुनिय

चली आई थी वो ससुराल में ,मन ही मन डरती डरती ,दुनिया की रीत है ये तो ,फ़िर प्रतिकार भी  कैसे करती,

प्रथम दिवस जब प्रथम क़दम, देहरी पर उसने रखा था,सास ने ली थी बलैया ,ससुर से सर पर  हाथ पिता सा  रखा था ,
  लाड़ लड़ाए  थे  छोटी  ननद ने , देवर ने सीता मैया सा मान दिया था,ससुराल का  सारा भय मन से ,पल भर में निकाल दिया था,

उसके गजरे की महक से मानो ,सारा घर महकता था ,पायल की झंकार से घर भर में , सुँदर संगीत छनकता था ,
लाड़ दुलार भी सासु माँ  ,माँ से बढ़कर दिया करती थी ,सौभाग्य पर अपने वो सजनी ,नाज किया करती थी ,

यूँ ही हँसी खुशी फुलवारी में , दिन उसके बीते चले गए ,दर्द मानो ,जिंदगी से रीते चले गए ।
एक  फूल  भेजा   ईश्वर  ने, जब  देह में उसकी ,रचना चाहती थी कुदरत ,उसके जरिये एक और सृष्टि,

सासु माँ भी उसे अंक में भरके ,फूली नही समाती थी,दिन में कई बार उसकी ,नजर उतारी जाती थी ।
नियत समय पर पोष्टिक आहार ,उसको अपने हाथों से खिलाती थी,समय समय पर स्वास्थ केंद्र जाकर ,उसकी जांच कराती थी।

बच्चा हृष्टपुष्ट हो , तो माँ का पूरा ध्यान रखा जाता था ।फल ,दूध ,हरी सब्जी ,और दाल ,भात थाली में रखा जाता था ।
माह नौ बीते , घर भर में किलकारी दी थी सुनाई ,माँ लक्ष्मी जैसे सुँदर सी बिटिया का रूप लेकर थी आई,

दादी बनकर सासु माँ ,खूब खुश हुई मुस्कुराई थी,देखकर लक्ष्मी सी पोती को ,आँखे ख़ुशी से छलक आई थी ।
स्वस्थ थे माँ और बेटी , ईश्वर को बार बार धन्यवाद करती थी ,वो सास थी जो बहु को ,बेटी से भी ज्यादा स्नेह करती थी ।

बेटी हुई है ,मुँह बिचका कर जब पड़ोसन ने ये बोला था,मेरे घर लक्ष्मी आई है ,सासु माँ ने कहकर ,अपने स्नेह का पिटारा खोला था ।
स्वास्थय केंद्र जाकर ,बच्ची का टीकाकरण कार्ड बनवाया गया,समय समय पर ,टीकाकरण कराके ,अपना फ़र्ज़ निभाया गया ,।

एक आदर्श परिवार ऐसा होता हैं ,सुनो ,समझो और जान लो,बहु को तुम बेटी समझो ,और सास को माँ मान लो ,
कभी न होंगे झगड़े क्लेश  ,जीवन खुश हाल रहेगा,महकेगा घर आँगन ,सुख का सागर ,हर घर द्वार बहेगा ,

सुन लो शीला ,मीना ,सुन लो चुन्नु की महतारी ,सही समय पर टीकाकरण ,है सबकी जिम्मेदारी,
छोटा हो परिवार , और उत्तम हो स्वास्थ्य सबका ,हम सबका है फ़र्ज़ यही ,कि शिक्षित हो हर बच्चा बच्चा।।

🙏🙏

©poonam atrey
  #सासबहु 
ये कविता आंगनवाडी में होने वाले सासबहू सम्मेलन के लिए लिखी मैंने 🙏🙏🤗🥰 
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