"तलाश उसकी थी पर खुद का पता नही। पागल तो मृग है कस्तूरी का खता नही। ये जो दीवानापन है उसको पाने के लिए, दिल नादान है दिमाग को कोई ब्यथा नही।" ✍विवेक #खुद की खोज