सोच बनाए बेटी बोझ 🤔 🙍 बोझ समझकर बेटी को, किसी के भी घर कर दिया विवाह, कैसा न्याय हमारा है ! अपना बोझ उतार बेटी के सिर डाल दिया । जहां से आने की गुंजाइश, बस थोड़ी सी होती है, अपनों के धोखे को बेटी , समझे किस्मत अपनी । जीवन भर घुट- घुट कर जीती, दोष न देती अपनों को , जीवन ही बस ऐसा है , ऐसा मान जी लेती हैं । अपनों का ना हो अपमान , चाहे अपना ना रहे कोई सम्मान, तब भी सब कुछ सहती हैं , मरने का करती इंतजार ; क्योंकि सब कुछ बदल गया, समय बदला , परंपरा बदली ना बदला तो बेटी के प्रति सोच। काश ! आए ऐसा वक्त , जब शादी हो इच्छा से , ना कि बोझ समझकर , शादी करना हैं कि नहीं करना , ये छोड़ दो बेटी के इच्छा पर; क्योंकि बेटी कभी नहीं थी बोझ , बस अपनी सोच होती है बोझ। #gif #daughter #burden #thinking #nojoto सोच बनाए बेटी बोझ 🤔 🙍 बोझ समझकर बेटी को,