ऐ दिले नादान मैं तुझसे इतना परेशान नहीं होता जो जरूरत से ज्यादा तेरा यह अरमान नहीं होता क्यों कहता है ताज महल बनवाओ अपने प्यार के लिए कहता है ताज महल बनवाओ अपने प्यार के लिए अरे, हर मुमताज़ के नसीब में शाहज़हां नहीं होता ©vksharma #सच्चा इश्क