रास्ते में जो भी मिले तेरे, उसका वजूद समझ अपने को काबिल, उसको न तू मरदूद समझ। जो भी मयस्सर हैं तुझे, उसे नैमत समझ ले खुशी पाने के लिये, कोई चीज न महदूद समझ। नेकी करना ही इंसानियत की निशानी हैं कमलेश, नेकी करके ही मिलती हैं नेकी,उसे तू सूद समझ। ©Kamlesh Kandpal #gjl