आज फिर आंखों मे वही सैलाब छा रहा है, ना जाने कियू वो अजनबी फिर याद आ रहा है, तोड़ा है आज फिर उस ने मेरा दिल, मगर ये कमबख्त फिर उसी को चाह रहा है.. - मनीष शर्मा #सैलाब