कभी मंज़िल भी हुआ करती थी एक, उसकी और मेरी, पर अब तो हो चुका है अलग-अलग हम दोनों का रास्ता, बदल गया सब, न अब वो मेरी है और न हूं मैं उसका, क्योंकि शक़ के बाद नहीं रहा हम दोनों के बीच प्यार जैसा कोई भी वास्ता। #शायरी #प्यार #धोखा #नफ़रत