मैं संस्कृत से ही नारी का अर्थ दूँगी नारी- न अरि जिसके रहते कोई दुश्मन नही होता,, गर नारी समझाए तो वो भी तेरी दुश्मन नही,, हर बार तुम सही और वो ग़लत को छोड़ो, बहुत कुछ अभास से ही समझ जाती है नारी इस बात से रिश्ता जोड़ो, बस एहसासों की भूखी है वो उसकी भावना को न धन से जोड़ो *अरुणा* #हिंदीNojoto #विश्व_महिला_दिवस