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*जय श्री कृष्ण* *कोरोना वायरस*-चीन के बुहान प्रांत

*जय श्री कृष्ण*
*कोरोना वायरस*-चीन के बुहान प्रांत में किये गए किसी परीक्षण से चीन में फैले वायरस को कोरोना वायरस नाम दिया गया है अब चीन ने इसे एक योजना के तहत कई देशों में इसे भेजना प्रारंभ कर दिया है अब तक ये लगभग 47 देशो में फैल गया है और इसमें हमारा भारत देश भी शामिल है  ये एक ऐसा वायरस (संक्रमण) है जिसका संबंध सर्दी-झुकाम-खांसी-बुखार-सांस लेने में तकलीफ-गले मे खराश-सिर में तेज दर्द-नाक का बहना-निमोनिया जैसी समस्याएं उतपन्न होती है जहां डॉक्टर इसका इलाज ढूढ़ रहे है वही हमारे प्राचीन अथर्ववेद(आयुर्वेद)में गारन्टी के साथ इसका इलाज संभव है क्यो की हमारे ऋषि मुनि प्राचीन समय मे कई क्रियाओ द्वारा जड़ी-बूटियों  एवं हवन यज्ञ आदि के द्वारा प्रत्येक बीमारी का इलाज़ किया करते थे उन्ही क्रियाओ में से एक क्रिया का नाम है धूम्रपान चिकित्सा जिसे हम शुद्ध भाषा मे हवन यज्ञ अनुष्ठान आदि नामो से जानते है 
*अथर्ववेद सूत्र 3/11 के अनुसार* -:
*मुंचामी त्वा हविष्य जीवनाय !*
*कमज्ञात त्वा यक्ष्माद्रुत राजयक्ष्मात !!*
हम  यज्ञ के द्वारा अनेक उन रोगों का इलाज कर सकते है जो सबके लिए असाध्य है क्यो की ये समस्त सारे संसार के वैज्ञानिकों ने माना है कि हवन यज्ञ करने से वातावरण तो शुद्ध होता ही है पर इसका धुंआ तन के अंदर जाने से कई बीमारियों को भी खत्म करता है 
*चरक संहिता अ.8 श्लोक 122*
*यया प्रयुक्ता चोष्टया राजयक्ष्मा पुराजितः!*
*तां वेद विष्टिमारोगयार्थी प्रयोजयेत !!*
प्राचीन काल मे जिन यज्ञ हवन अनुष्ठानो से राजयक्ष्मा    टीबी (यक्ष्मा, तपेदिक, क्षयरोग)   जैसी बीमारियों पर विजय पा ली जाती थी अब भी उस विधि से यज्ञ आयोजन कर के कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है *अथर्ववेद सूत्र कहता है*
*इदं में अग्ने पुरुषां मुमुरध्वयं*
उन्मादी सनकी व्यक्ति भी इस यज्ञ की अग्नि के प्रभाव से रोग मुक्त हो जाता है आज के युग मे हमारे इन वेदों के अनुसार यज्ञों में जड़ी बूटी की भस्मो का प्रयोग औषधि के रूप में किया जा रहा है हमारी इस पद्धति का प्रयोग वर्तमान में बहुत से देश कर रहे है और इसका वर्तमान परीक्षण चिली-पौलेंड तथा पश्चिम जर्मनी जैसे देश कर रहे है और हमारे देश के नागरिक स्वयं के देश मे दवा होते हुए दूसरे देशों से दवा ला रहे है क्यो की वो नही जानते कि विदेशी कम्पनिया हमारे वेदों के आधार पर ही दवा बना रही है हमारे अथर्ववेद के अनुसार कोरोना वायरस का इलाज  हवन यज्ञ के माध्यम से दावे के साथ सम्भव है धर्म ज्ञानियो के अनुसार कोरोना वायरस के लिए सबसे पहले शुद्ध देशी गाय का घी,त्रिफला घृत,गुड़,शहद,गौ मूत्र  एवं 35 प्रकार की जड़ी बूटियां जिनको समान मात्रा में लेकर रोगी को हवन पर बिठाकर उसे धूम्र चिकित्सा के माध्य्म से दावे के साथ निरोग किया जा सकता है हवन के साथ कुछ इन बीमारियों के मंत्र भी असर करते है जिससे रोगी को अतिशीघ्र आराम मिलता है हम आपको सब तो नही पर कुछ जड़ी बूटियों के नाम बता रहे है जैसे अपराजिता,मालकंगनी,हरताल,मैनसिल,तेजपत्र,आम लकड़ी,अपामार्ग, अडूसा,राल जैसे और अन्य जड़ी बूटियों द्वारा गारन्टी के साथ कोरोना वायरस को दूर किया जा सकता है 
*आचार्य पं.कृष्ण गोपाल पाठक*
*श्री नाथजी ज्योतिष एवं श्रीमद्भागवत सेवा संस्थान मुरैना*
*9165944403*- *8225916680* कृपया मेसेज को अधिक से अधिक शेअर करे
*जय श्री कृष्ण*
*कोरोना वायरस*-चीन के बुहान प्रांत में किये गए किसी परीक्षण से चीन में फैले वायरस को कोरोना वायरस नाम दिया गया है अब चीन ने इसे एक योजना के तहत कई देशों में इसे भेजना प्रारंभ कर दिया है अब तक ये लगभग 47 देशो में फैल गया है और इसमें हमारा भारत देश भी शामिल है  ये एक ऐसा वायरस (संक्रमण) है जिसका संबंध सर्दी-झुकाम-खांसी-बुखार-सांस लेने में तकलीफ-गले मे खराश-सिर में तेज दर्द-नाक का बहना-निमोनिया जैसी समस्याएं उतपन्न होती है जहां डॉक्टर इसका इलाज ढूढ़ रहे है वही हमारे प्राचीन अथर्ववेद(आयुर्वेद)में गारन्टी के साथ इसका इलाज संभव है क्यो की हमारे ऋषि मुनि प्राचीन समय मे कई क्रियाओ द्वारा जड़ी-बूटियों  एवं हवन यज्ञ आदि के द्वारा प्रत्येक बीमारी का इलाज़ किया करते थे उन्ही क्रियाओ में से एक क्रिया का नाम है धूम्रपान चिकित्सा जिसे हम शुद्ध भाषा मे हवन यज्ञ अनुष्ठान आदि नामो से जानते है 
*अथर्ववेद सूत्र 3/11 के अनुसार* -:
*मुंचामी त्वा हविष्य जीवनाय !*
*कमज्ञात त्वा यक्ष्माद्रुत राजयक्ष्मात !!*
हम  यज्ञ के द्वारा अनेक उन रोगों का इलाज कर सकते है जो सबके लिए असाध्य है क्यो की ये समस्त सारे संसार के वैज्ञानिकों ने माना है कि हवन यज्ञ करने से वातावरण तो शुद्ध होता ही है पर इसका धुंआ तन के अंदर जाने से कई बीमारियों को भी खत्म करता है 
*चरक संहिता अ.8 श्लोक 122*
*यया प्रयुक्ता चोष्टया राजयक्ष्मा पुराजितः!*
*तां वेद विष्टिमारोगयार्थी प्रयोजयेत !!*
प्राचीन काल मे जिन यज्ञ हवन अनुष्ठानो से राजयक्ष्मा    टीबी (यक्ष्मा, तपेदिक, क्षयरोग)   जैसी बीमारियों पर विजय पा ली जाती थी अब भी उस विधि से यज्ञ आयोजन कर के कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है *अथर्ववेद सूत्र कहता है*
*इदं में अग्ने पुरुषां मुमुरध्वयं*
उन्मादी सनकी व्यक्ति भी इस यज्ञ की अग्नि के प्रभाव से रोग मुक्त हो जाता है आज के युग मे हमारे इन वेदों के अनुसार यज्ञों में जड़ी बूटी की भस्मो का प्रयोग औषधि के रूप में किया जा रहा है हमारी इस पद्धति का प्रयोग वर्तमान में बहुत से देश कर रहे है और इसका वर्तमान परीक्षण चिली-पौलेंड तथा पश्चिम जर्मनी जैसे देश कर रहे है और हमारे देश के नागरिक स्वयं के देश मे दवा होते हुए दूसरे देशों से दवा ला रहे है क्यो की वो नही जानते कि विदेशी कम्पनिया हमारे वेदों के आधार पर ही दवा बना रही है हमारे अथर्ववेद के अनुसार कोरोना वायरस का इलाज  हवन यज्ञ के माध्यम से दावे के साथ सम्भव है धर्म ज्ञानियो के अनुसार कोरोना वायरस के लिए सबसे पहले शुद्ध देशी गाय का घी,त्रिफला घृत,गुड़,शहद,गौ मूत्र  एवं 35 प्रकार की जड़ी बूटियां जिनको समान मात्रा में लेकर रोगी को हवन पर बिठाकर उसे धूम्र चिकित्सा के माध्य्म से दावे के साथ निरोग किया जा सकता है हवन के साथ कुछ इन बीमारियों के मंत्र भी असर करते है जिससे रोगी को अतिशीघ्र आराम मिलता है हम आपको सब तो नही पर कुछ जड़ी बूटियों के नाम बता रहे है जैसे अपराजिता,मालकंगनी,हरताल,मैनसिल,तेजपत्र,आम लकड़ी,अपामार्ग, अडूसा,राल जैसे और अन्य जड़ी बूटियों द्वारा गारन्टी के साथ कोरोना वायरस को दूर किया जा सकता है 
*आचार्य पं.कृष्ण गोपाल पाठक*
*श्री नाथजी ज्योतिष एवं श्रीमद्भागवत सेवा संस्थान मुरैना*
*9165944403*- *8225916680* कृपया मेसेज को अधिक से अधिक शेअर करे
krishna3528

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