छोड़ चली बाबुल का आंगन बेटी हुई विदाई। याद तुम्हारी आती हमको आंखे है भर आई। सूना सूना लगता है अब घर का कोना कोना, घर कब आएगी दीदी पापा पूछे बहना भाई।। ©Tarun Rastogi kalamkar #बेटी_की_विदाई